शिमला: हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ की बैठक अध्यक्ष राजेश पराशर की अध्यक्षता में वर्चुअल माध्यम से संपन्न हुई। इस बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 26 अप्रैल को जिलाधीश के माध्यम से प्रदेश सरकार को अपनी मांगों के संदर्भ में अल्टीमेटम दिया जाएगा जिसमें अंतिम बार सरकार के समक्ष टैक्स माफी और वर्किंग कैपिटल की मांग रखी जाएगी और अगर एक हफ्ते के अंदर उनकी बहुप्रतीक्षित टैक्स माफी एवं वर्किंग कैपिटल की मांग को नहीं माना गया तो 3 मई को रूट परमिट एवं बसों की चाबी जिलाधीश के माध्यम से सरकार को सौंप दी जाएगीं और बस सेवा बंद कर दी जाएगीं।
रूट परमिट एवं बसों की चाबी सौपेंगे सरकार को: रमेश कमल प्रदेश महासचिव
जानकारी देते हुए हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ के प्रदेश महासचिव रमेश कमल ने कहा कि बैठक में सभी जिला के प्रधानों ने एकजुट होकर मांगे न माने जाने की सूरत में विरोध प्रदर्शन और हड़ताल करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने निजी बस ऑपरेटर्स को हमेशा ही बेवकूफ बनाया है इसलिए अब संघ के पास विरोध प्रदर्शन करने का ही विकल्प बचता है और साथ ही मांगों के पूरा न होने पर संघ रूट परमिटो को जमा करवाएगा साथ ही बसों की चाबी भी सरकार को सौंप दी जाएगीं और निजी बस ऑपरेटर्स अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए चले जाएंगे।
सरकार के खिलाफ उपचुनावों में होगा प्रचार: राजेश पराशर राज्य अध्यक्ष
वहीं निजी बस ऑपरेटर संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेश पराशर ने कहा है कि प्रदेश के निजी बस ऑपरेटर पिछले 8 महीने से टैक्स माफी और वर्किंग कैपिटल की मांग लगातार करते आ रहे हैं। सरकार द्वारा भी बार-बार आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन अब पानी सिर से ऊपर चढ़ चुका है। अब यह निर्णय लिया गया है कि मात्र 1 हफ्ते का अल्टीमेटम देने के बाद 3 मई 2021 को प्रदेश के निजी बस ऑपरेटर्स अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे और सरकार के विरुद्ध जगह-जगह धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो फतेहपुर एवं मंडी के उपचुनाव में निजी बस ऑपरेटर एकजुट होकर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा कि निजी बस ऑपरेटर के साथ प्रदेश में कई लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी होती है और प्रदेश की निजी बसें बंद हो जाने से लाखों लोगों का रोजगार दांव पर लग जाएगा। बस
ऑपरेटरों के साथ चालक-परिचालक, टायर पंचर ,पेट्रोल पंप, स्पेयर पार्ट्स, बॉडी बिल्डर और अन्य कई लोगों का रोजगार जुड़ा होता है जो निजी बस बंद होने के बाद बिल्कुल ही समाप्त हो जाएगा। निजी बस ऑपरेटर्स इन सभी लोगों के साथ एकजुट होकर सरकार का हर जगह विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के निजी बस ऑपरेटर्स हमेशा ही सरकार के साथ खड़े हुए हैं और पिछले वर्ष भी कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते आए हैं लेकिन अब सरकार द्वारा प्रदेश के निजी बस ऑपरेटर्स की मांगों को अनसुना किया जा रहा है इसलिए यह तय किया गया है कि अब निजी बस ऑपरेटर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।
ये सदस्य रहे उपस्थित:
इस वर्चुअल बैठक में जिला मंडी के प्रधान सुरेश ठाकुर, महासचिव हंस ठाकुर चेयरमैन गुलशन दीवान,चंबा के प्रधान रवि महाजन,कांगड़ा के प्रधान रवि दत्त शर्मा,अजय परिहार,विनय बेदी,संदीप वालिया,संजय भाटिया,निपुण गालोढा,नालागढ़ के मनोज राणा, हमीरपुर से नरेश दर्जी,भारत भूषण शर्मा,मनोज शर्मा जिला बिलासपुर से राजेश पटियाल वीरेंद्र चंदेल और शिमला से विनय नंदा अमित चड्ढा,सिरमौर से मामराज शर्मा,अखिल शर्मा और सोलन से मनदीप सिंह,रामपुर से मनीष शर्मा कुलबीर सिंह गिल और कई पदाधिकारी उपस्थित थे।