शिमला,5 मई: हिमाचल होटल मजदूर लाल झंडा यूनियन संबंधित सीटू की कार्यकारिणी की बैठक में फैसला लिया गया कि होटल व रेस्तंरा प्रबंधन अगर यूनियन द्वारा दिए गए 10 सूत्रीय मांग पत्र पर समय रहते बात नहीं करता है तो होटल व रेस्तरां के बाहर होटल यूनियन विरोध प्रदर्शन करेगी।
होटल यूनियन के अध्यक्ष विनोद विरसांटा व महासचिव बालक राम ने कहा कि आज मंहगाई के दौर में मजदूरों को अपना जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा है और मजदूरों से होटल व रेस्तरां में 12-14 घंटे काम लिया जा रहा है। किसान मजदूर भवन चितकारा पार्क कैथू शिमला में हुई बैठक में यूनियन ने मजदूरों की मांगों को भी रखा। अध्यक्ष विनोद ने कोविड-19 महामारी के दौरान सैलरी में 30-40% की कटौती को खत्म करने की मांग करते हुए वेतन में 20% की बढ़ोतरी की मांग की। उन्होंने कहा कि होटल व रेस्तरां में मजदूरों को न्यूनतम वेतन लागू किया जाए और होटल व रेस्तरां में सभी मजदूरों को श्रम कार्यालय द्वारा सत्यापित आई कार्ड की सुविधा दी जाए। होटल व रेस्तरां में रिक्त पड़े पदों को तुरंत भरा जाए। होटल व रेस्तरां में मजदूरों को वर्दी की सुविधा दी जाए।
इसके अलावा यूनियन ने मजदूरों को ईएसआई व ईपीएफ की सुविधा दिए जाने की मांग भी की। साथ ही होटल व रेस्तरां में मजदूरों को वोनस व त्योहार भत्ता दिए जाने और रहने के लिए मजदूरों को उचित व्यवस्था की भी मांग की। यूनियन ने चेताया कि अगर प्रबंधन इनकी इन मांगो को नहीं मानता है तो हिमाचल होटल मजदूर लाल झंडा यूनियन संबंधित सीटू होटल व रेस्तरां प्रवधंन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी।