बिलासपुर,5अप्रैल: केंद्र सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के लिए चलाए जा रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य फैस्ट के तहत एम्स संस्थान कोठीपुरा-बिलासपुर में बौद्धिक अक्षमता वाले दिव्यांगों के लिए बहुआयामी स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 354 बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की गई साथ ही उन्हें स्वस्थ रहने के लिए कई प्रकार के व्यायाम भी बताए गए। विशेष ओलंपिक भारत व चेतना संस्था के सहयोग से आयोजित हुए इस शिविर में सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी बतौर मुख्यातिथि शामिल हुई साथ ही खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग और आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष रणधीर शर्मा ने भी उपस्थित रहे।
अक्षम बच्चों को करें प्रोत्साहित: सरवीण चौधरी
इस अवसर पर मुख्यातिथि सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि विशेष ओलंपिक की राष्ट्रीय अध्यक्षा डॉ.मल्लिका नड्डा के प्रयासों व दिशा निर्देशों के तहत एम्स बिलासपुर में यह कार्यक्रम हुआ है। उन्होंने कहा कि एक ही छत के नीचे बौद्धिक रूप से अक्षम बच्चों का हर प्रकार का स्वास्थ्य जांच करवाने का यह कार्य बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने कहा कि जो मानसिक रूप से अक्षम हैं उनकी अक्षमता कम हो और वे सक्षम बन सकें इस दिशा में चेतना संस्था व विशेष ओलंपिक भारत कार्य कर रहा है और आज इस कार्यक्रम में सहयोग देने के लिए एम्स प्रशासन भी बधाई का पात्र है। उन्होंने अक्षम बच्चों के अभिभावकों से बच्चों को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया।
अक्षम बच्चे भी हमारे समाज का मुख्य अंग:राजेंद्र गर्ग
वहीं अपने संबोधन में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने कहा कि अक्षम बच्चे भी हमारे समाज का मुख्य अंग हैं। इन्हें शेष समाज को अपने से अलग नहीं समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह अक्षम वर्ग उपेक्षा का शिकार रहा है और इन लोगों को समाज के सहयोग व साथ ही आवश्यकता है।
इस कार्यक्रम में जिला के 354 बौद्धिक रूप से अक्षम बच्चों के स्वास्थ्य की जांच, दांतों की जांच की गई और उनके परिजनों को इनकी बेहतरी के लिए 5 विभिन्न प्रकार के व्यायाम भी सिखाए गए। इस कार्यक्रम में चेतना संस्था के 169 दिव्यांग बच्चों सहित डाइट जुखाला के समग्र शिक्षा अभियान के तहत 185 बौद्धिक अक्षमता वाले बच्चों के भी स्वास्थ्य की जांच करवाई गई।